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विकसित राष्ट्र की तरफ भारत के बढ़ते कदम

 आज भारत ऐसे दौर से गुज़र रहा है जिसको भारत का स्वर्णिम दौर कहा जाये तो अनुचित नहीं होगा। अपने देश में ही नहीं पूरे विश्व में भारत का हर नागरिक सुरक्षित महसूस कर रहा है।भ्र्ष्टाचार मुक्त राष्ट्र का निर्माण हो रहा है।ये काल हिन्दू धर्म के पुनरुत्थान का तो है साथ ही साथ धार्मिक सहिष्णुता स्थापित हो रही है इतिहास इसको सिद्ध कर देगा।जब सदियों के बाद इतिहास लिखा जायेगा तो इस समय को धार्मिक सहिष्णुता का समय करार देगा।इसका श्रेय देश के परम् तपस्वी ,कर्मठ ,ईमानदार व देशभक्त प्रधानमंत्री मोदी जी को जाता है।

देश में विकास की सभी योजनाओं से सभी लाभान्वित हो रहे है सभी को हर स्थान पर उचित प्रतिनिधित्व दिया जा रहा सभी धर्म के अनुयायियों को किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है।देश वासुदेव कटुम्बकम व सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामय के सिद्धांत पर आगे बढ़ चला है अब इस गति को रोकना किसी को लगभग असंभव है।

 कोरोना काल देश के लिये बहुत ही कठिन समय था जिसने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को तहस नहस कर दिया पर यशस्वी प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व के भारत विश्व शिरोमणि बन कर उभरा, पूरे विश्व ने देश का लोहा माना।भारत में गरीबी अशिक्षा व पिछड़ेपन की स्थिति थी कोई भी जनता को गुमराह करके चला जाता था, ऐसे में राष्ट्र की शक्ति की पहचान विश्व से कराने व जनता को एकजुट करने में नेतृत्व सफल रहा बहुत बड़ा चमत्कार माना जाएगा।विध्वंसकारी व राष्ट्रविरोधी शक्तियां ने जनता को गुमराह करने की कसर नहीं छोड़ी।कोरोना वेक्सीन तक लगाने पर प्रश्न उठाये पर जनता ने राष्ट्रहित में सबको नकार दिया।नेता बनना ऐसा व्यवसाय बन गया था जहां कोई थोड़े समय में पीढ़ियों के लिये कमा लेता था और इसका संज्ञान लेने वाला कोई नहीं था।मैं यहां बिना नाम लिये कुछ नेताओं की सम्पति के बारे ने कहना चाहता हूँ जो क्या थे क्या हो गये।एक नेता ,50,60 रूपये की नौकरी करते थे अब उनका परिवार 30,40000 करोड़ का मालिक है,एक अन्य बहुत गरीबी में पढ़ा आज उसका परिवार हज़ारों करोड़ का मालिक है एक अन्य 15०० की नौकरी करता था आज हज़ारों करोड़ का मालिक है ऐसे उदाहरण से पूरे देश की राजनीति भरी पड़ी है।अब समय की मांग है कि देश के सभी नेताओं की पहले से लेकर पूरी जांच हो ताकि पता लग सके 40,50 वर्षों में ही ये लोग टाटा अम्बानी को पीछे छोड़ने में कैसे कामयाब हो गए कुछ तो अपने नीजि कार्यक्रमों पर धन पानी की तरह बहा देते है।देश की एजेंसियां इसी को बेनकाब करने का काम कर रही और जेल की सलाखें अब भृष्टाचरियों का इंतजार कर रही है।ये एक शुरुआत है सरकारें बदलेंगी अगर भ्र्ष्टाचार करोगे तो सबका यही हश्र होगा।

 अब कई सिरफिरे लोग कहते है मोदी ने क्या किया है यहाँ मैं बता दूं कि देश को आगे ले जानेवाला जो भी नेता आएगा हम उसका साथ देंगे।पूरे विश्व में भारत का डंका तो बज ही रहा है,शक्तिशाली देशों को भारत की शक्ति का साक्षात्कार हो रहा है,ये देश के नेतृत्व शक्ति का परिचायक है वहीं अपने आंतरिक विकास की बात करें तो देश आत्म निर्भरता की तेजी से अग्रसर है विकास दर में भारी वृद्धि हुई है सैनिक व असैनिक उपकरण देश में बन रहे देश विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है,मोबाइल उद्योग विश्व में अग्रणी बन रहा है सभी सामान देश में बनने शुरू ही गये है,देश चांद पर पहुंच चुका है सूर्य की तरफ क़दम बढ़ाये है मुम्बई में समुद्र पर अटल सेतु का निर्माण किया है तेजस त्रिशूल जैसे स्वदेशी रक्षा उपकरण बने है देश में नए सैटेलाइट भेजे है जिससे देश को आय प्राप्त हो रही है।7 IIM व 7 IIT ,15,AIIMS 3000 ITI सैकड़ो मेडिकल कालेज 390 यूनिवर्सिटी इस काल बने है जो देश के बढ़ते कदमों का परिचायक है।उज्ज्वला योजना आयुष्मान योजना वन्देमातरम ट्रेन मुद्रा लोन एयरपोर्ट की संख्या 149 यानी पहले से दुगनी हो गयी है सफलतापूर्वक G 20 सम्मेलन करके अपनी शक्ति का लोहा मनवाया,देश को भव्य संसद भवन मिला है।धारा ,370 हटाने जैसा निर्णय करना सर्जिकल स्ट्राइक व चीन को पीछे हटने को मजबूर करना देश का वैभवकाल नहीं तो और क्या है पाकिस्तान को घुटनों पर लाना मज़बूत विदेश नीति का परिणाम है।राममंदिर का निर्माण अवश्य ही आदरणीय सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय है पर नेतृत्व द्वारा ठोस पहल की आवश्यकता थी आज भव्य मंदिर बन कर तैयार हो रहा है और प्राण प्रतिष्ठा भी हो चुकी है नेतृत्व क्षमता व ईश्वरीय शक्ति का परिचायक है।जीएसटी लागु कर विश्व को अचंभित कर दिया।नोटबन्दी करके भृष्टाचरियों व आतंकवादियों पर करारी चोट की।भृष्टाचरियों की सहनशक्ति जवाब दे रही है मुझे तो लगता है अगले कार्यकाल में बहुत से भृष्टाचारी जेल जा सकते है।जाने भी चाहिए क्योंकि देश का धन देश के लोगों की गाढ़ी कमाई का है लूट कोई और रहा है हम टेक्स देते और देश चलता है भृष्ट नेता गरीबों की कमाई अपने ऐशो आराम में लगाकर उनको निर्धन रख कर राजनीति करते है।मैं मोदी जी जो शत शत नमन करता हूँ ऐसे ही नेता आनेवाले पचास वर्षों तक देश की मिले ताकि ये लूट का बाज़ार बंद हो देश बहुत तेज़ी से विकास की सीढ़ियां चढ़े।15 लाख जैसी छोटी बात करनेवालों को भी मैं सख्त लहजे में कहना चाहता हूं  कि देश का उपरलिखित विकास 15 लाख नहीं अपितु 15 करोड़ के बराबर है जो नासमझ है तो हम या कोई क्या कर सकता है।हम अंधदेशभक्त है कोई भाजपा या  काँग्रेस के भक्त नहीं।मोदी का मुकाबला करना है तो मोदी जैसा ही बनना होगा।


जयहिन्द।

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