Home » YOU ARE HERE » कांगड़ी गीत *****छड्डी दे*****

कांगड़ी गीत *****छड्डी दे*****


कांगड़ी गीत 
छड्डी दे

छड्डी दे शराब एह शराब है ख़राब-2
आजकल दे छोरु नी सुणदे करदे जिंद बर्वाद
छड्डी दे शराब एह श-------------------
(1) म्हारा म्हाचल प्यारा,प्यारे लोक,प्यारी बोलियाँ-2
प्यारी प्यारी म्हाचले दी गोरी चिट्टी छोरियां-2
सादगी म्हाचले दी दुनियाँ करदी याद
छड्डी दे शराब एह श-------------------
(2) उच्चे उच्चे पहाड़ ठंडी वर्फीली चोटियाँ-2
सरुएँ दा साग कन्ने छाल्लिये  दी रोटियां-2
सच दस्सां ओ-लोको बड़ा लगदा सुआद
छड्डी दे शराब एह श-------------------
(3) नशेयां तां किच्छ नी देणा सब किच्छ खोई लैणा-२
 अपणेयां प्यारेयाँ ते बड़ी दूर करी देणा-2
दीपक 'कुल्लुवी' सच ग्लान्दा रखी लैणा याद  
छड्डी दे शराब एह श-------------------

दीपक शर्मा 'कुल्लुवी'
09350078399
26 -10 -2012

बिशेष :- म्हारे प्यारे म्हाचले जो नशेयां दी नज़र लगी चुक्कियो I म्हाचले च नासा  इक फैसन ही होई गेया  जिथू  दिक्खा निक्के निक्के स्कूल कालजे दे मुन्नूं भी लुगड़ी,सराब,भंग चरस दे शिकार होआ करदे कन्ने अपनी जिंदगी बर्वाद करा करदे I सारे मिली जुली इन्हां यो समझा,ठीक रस्ता दखा I वर्ना नसल वर्वाद हुंदे देर नी लगणी I

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्‍यवसायिक ब्‍लोगर्स की अभिव्‍याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।

Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.

Popular Posts

Followers