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Posted by दीपक कुल्लुवी की कलम से
Posted on मंगलवार, अगस्त 05, 2014
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माँ की नई भेंट
(सब कुछ सौहणा)
तू है सौहणी मंदर सौहणा सौहणा दर दतिए
फुल्लां दा श्रृंगार माए सौहणा लाटां वालिए
तू है सौहणी ……………………….
(1)रहम नज़र माँ रखीं हमेशा भुल्ल न साहनू जाईं
खुशियाँ दी सौगात ओ माए साड्डी झोली पाईं
तेरी किरपा बरसे हमेशा माता भौणा वालिए
फुल्लां दा शिंगार माए सौहणा लाटां वालिए
तू है सौहणी ……………………….
(2)दीपक 'कुल्लुवी'ने की लिखेया भजन तैं आप लिखाए
की औक़ात सी गाण दी औसदी माँ तैं आप गवाए
तेरा है एहसान वड्डा ओ माँ पहाडाँ वालिए
फुल्लां दा शिंगार माए सौहणा लाटां वालिए
तू है सौहणी ……………………….
(3) सबदेयाँ करमां दा तू माए आप करे निपटारा
कोई न छोटा वड्डा माए हर बच्चा तैनूँ प्यारा
पपियाँ दा करदी संहार महाकालिए
फुल्लां दा शिंगार माए सौहणा लाटां वालिए
तू है सौहणी ……………………….
दीपक शर्मा 'कुल्लुवी'
मैंगलोर कर्नाटका
09538747095
अगस्त 5,2014
नोट:कोई मेरी इस नई भेंट को गाना चाहता है तो धुन मुझसे ले सकता है बिल्कुल फ्री ।
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