आज लॉयड इन्सुलेशन में मुझे स्थाई तौर पर कार्यरत्त हुए 29 वर्ष पूरे हुए तीसवाँ और शायद आख़री साल शुरू हो गया। अनेक उतार चढ़ावों के बावज़ूद बेहद अच्छा कटा यह सफ़र बहुत कुछ सीखा बहुत कुछ देखा बहुत कुछ खोया बहुत कुछ पाया।
आज पाराद्वीप उड़ीसा में हमारे मित्र अखिल कुमार सिंह का लॉयड इन्सुलेशन का सफ़र पूरा हुआ आज सुबह वह यहाँ से अपने घर अलीगढ़ के लिए विदा हो गए इसका बेहद अफ़सोस है।ज़िंदगी इसीका नाम है वह जहाँ भी जाएँ ख़ूब तरक्क़ी करें यही दुआ है खुदा से हम लगभग एक साल तक़ यहाँ साथ रहे प्यार मुहब्बत से इसलिए कुछ दिन तो दिल नहीं लगेगा। बहुत याद आएगी हम सबको उनकी। अब उनकी जगह अविनाश सिन्हा जी पधारे हैं उनका स्वागत,हार्दिक अभिनंदन है।
तेरे जाने का गम रहेगा सदा
आप भी भूल तो न पाओगे हमें.............
************************************
आज दूसरे नवरात्रे के पावन पर्व पर मेरे भजन के साथ सबको मुबारकबाद
(नौराते दी रात)
नौराते दी रात आयी नौराते दी रात-2
नच्चो गाओ धुम्मा पाओ-२ माँ दा हैगा साथ
--नौराते दी रात आयी नौरा------------
(1 ) प्यार मुहब्बतां माँ वंडदी ए
भक्तां दे दुःख माँ हरदी ए
भेदभाव न करदी मईया -2
माँ न पुच्छदी जात
नौराते दी रात आयी नौरा-----
(2 ) फ़ुल्ल 'कुमुद' माँ चरणी चढ़ाओ
'दीपक' माँ दे दर ते जलाओ
सच्चे प्यार दी माँ ए भुक्खी-2
पूरी करदी मुराद
नौराते दी रात आयी नौरा----
(3 ) सोहणा माँ श्रृंगार है तेरा
बड़ा अनोखा प्यार है तेरा
खाल्ली झोलियाँ भर देंदी तू-2
क्या है तेरी बात
नौराते दी रात आयी नौरा-----
दीपक शर्मा' कुल्लुवी'
09776261006
०१-०४-२०१४
आज पाराद्वीप उड़ीसा में हमारे मित्र अखिल कुमार सिंह का लॉयड इन्सुलेशन का सफ़र पूरा हुआ आज सुबह वह यहाँ से अपने घर अलीगढ़ के लिए विदा हो गए इसका बेहद अफ़सोस है।ज़िंदगी इसीका नाम है वह जहाँ भी जाएँ ख़ूब तरक्क़ी करें यही दुआ है खुदा से हम लगभग एक साल तक़ यहाँ साथ रहे प्यार मुहब्बत से इसलिए कुछ दिन तो दिल नहीं लगेगा। बहुत याद आएगी हम सबको उनकी। अब उनकी जगह अविनाश सिन्हा जी पधारे हैं उनका स्वागत,हार्दिक अभिनंदन है।
तेरे जाने का गम रहेगा सदा
आप भी भूल तो न पाओगे हमें.............
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आज दूसरे नवरात्रे के पावन पर्व पर मेरे भजन के साथ सबको मुबारकबाद
(नौराते दी रात)
नौराते दी रात आयी नौराते दी रात-2
नच्चो गाओ धुम्मा पाओ-२ माँ दा हैगा साथ
--नौराते दी रात आयी नौरा------------
(1 ) प्यार मुहब्बतां माँ वंडदी ए
भक्तां दे दुःख माँ हरदी ए
भेदभाव न करदी मईया -2
माँ न पुच्छदी जात
नौराते दी रात आयी नौरा-----
(2 ) फ़ुल्ल 'कुमुद' माँ चरणी चढ़ाओ
'दीपक' माँ दे दर ते जलाओ
सच्चे प्यार दी माँ ए भुक्खी-2
पूरी करदी मुराद
नौराते दी रात आयी नौरा----
(3 ) सोहणा माँ श्रृंगार है तेरा
बड़ा अनोखा प्यार है तेरा
खाल्ली झोलियाँ भर देंदी तू-2
क्या है तेरी बात
नौराते दी रात आयी नौरा-----
दीपक शर्मा' कुल्लुवी'
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०१-०४-२०१४
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