(रिपोर्ट दीपक शर्मा "कुल्लुवी" )
मुझको लगता लिखता हूँ मैं सब बाबा लिखवाते हैं
मुझको लगता गाता हूँ मैं सब बाबा ही गवाते हैं
क्या मैं क्या औकात मेरी सब जोगी के हाथ
बाबा की रहमत बिना बेबस है इंसान......
रविबार दिनांक 15-04 -2012 सुबह दस बजे से लेकर शाम चार बजे तक सिद्ध बाबा बालक नाथ जी पर्वतीय कालोनी फरीदाबाद हरियाणा में शानदार भजनों का आयोजन किया गया I I
सुन्दर दरवार सजाया गया था जिनमें सब देवी,देवताओं की सुन्दर मनमोहक तस्वीरें लगायी गयी थी
पिछले वर्षों की अपर सफलता को देखते हुए लगातार चौथी बार यह प्रोग्राम श्रवण एंड पार्टी को मिला था I बाबा बालकनाथ जी की परम भक्त और इस मंदिर की प्रमुख गुरु माँ जी नें यह कार्यक्रम आयोजित करवाया था श्री बेदी जी ने बाबा की पावन ज्योति प्रजव्लित की और बाबा जी का गुणगान अपने ज़माने के मशहूर महंत श्री सुखदास जी उनके परम शिष्य अनिल मेहरा जी व् उनके शिष्य श्रवण सिंह जी नें किया I लोकप्रिय भजन गायक प्रवीण जी नें सबको मंत्रमुग्ध कर दिया और सब देर तक नाचते गाते रहे कार्यक्रम में बाबा बालकनाथ जी,शिव काली जी की खूबसूरत झांकियों नें समां बाँध दिया I इस बार झांकियों में खासियत यह रही की तीन तीन जिंदा नाग शिवजी की जटाओं पर बिराजमान रहे जिनका तमाम लोगों ने बच्चों नें आनंद उठाया I दिनेश जी की अगुआई में आयी आर्केस्टा टीम नें अपनी सुन्दर सुन्दर धुनों से खूब समां बांधा I
लेखक और गायक' दीपक कुल्लुवी ' नें अपने लिखे बाबा बालक नाथ जी के भजन जोगिया न सता आ जा मिलनें पहाड़ों से और आंवा मैं तेरे दरवार जोगिया रोट चढ़ावाँ हर बार जोगिया सुनाए I श्रवण जी ने सुन्दर पांच बाबा के भजन सुनाए, पूरा पंडाल श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था I कार्यक्रम समाप्ति उपरांत स्वादिष्ट लँगर की उचित व्यवस्था थी I सभी सेवादारों नें इस प्रोग्राम को सफल बनानें में महत्वपूर्ण सहयोग दिया I श्रवण जी की धर्मपत्नी श्रीमती सरोज सिंह भी अपनी तमाम व्यस्तताओं के बाबजूद कार्यक्रम के अंत तक उपस्थित रही I कार्यक्रम की एंकरिंग की कमान दीपक 'कुल्लुवी'
ने संभाले राखी I महंत श्री अनिल मेहरा जी नें मुकेश जी के साथ मिलकर ढोलक, छेणे के साथ माँ के पक्के भजन सुनाये जो सबको पसंद आए I
गुरु माँ नें सुन्दर झंडा बाबा को चढ़ाया जो 4 ,5 मई को हिमाचल स्थित बाबा बालकनाथ जी के दरवार में पहुँचाया जाएगा इसके लिए यहाँ से भक्तजन मिलकर जाएँगे और साथ में सभी देवियों के दर्शन भी करेंगे जैसे नैना देवी,चिंतपूर्णी ,ज्वाला देवी,काँगड़ा देवी,चामुंडा देवी इत्यादि
अंत में स्वादिष्ट लंगर प्रशाद (भंडारा) वितरित किया गया I
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