रोज शाम यूं ही रात में बदलती है
पर हर रात अलग होती है
कभी आँखें ख्वाबों से बन्द रहती हैं
कभी तन्हा ही नम रहती हैं !!
सुमन 'मीत'
Home »
YOU ARE HERE
» इक कतरा जिन्दगी का.........
इक कतरा जिन्दगी का.........
Posted by सु-मन (Suman Kapoor)
Posted on मंगलवार, दिसंबर 21, 2010
with No comments
*****************************************************************************************************
आप अपने लेख और रचनाएँ मेल कर सकते
himdharamail. blogupdate@blogger.com
*****************************************************************************************************
himdharamail. blogupdate@blogger.com
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.