साहित्य कला का अद्वभुत संगम दीपक शर्मा 'कुल्लुवी' (सिटिजन जर्नलिस्ट) 'जर्नलिस्ट टुडे नेटवर्क
साहित्य,कला का अद्वभुत संगम गुरु गोविन्द सिंह जी के ऐतिहासिक स्थान पौंटा साहिब के नजदीक बिकासनगर में देखने को मिला I
साहित्य सेवा को समर्पित साहित्यिक दर्पण -हरबर्टपुर ने अपनी सहयोगी संस्थाओं 'पछ्वादून' साहित्य संगम-उदगार साहित्यय दीप - 'पछ्वादून' बिकासमंच तथा गंग-जमुनी अदबी संगम के सहयोग से 8 जनवरी 2012 .को बिकासनगर(देहरादून) क हेरिटेज डी.एस.में हिमाचल और उतराखंड साहित्यकारों का अद्वभुत संगम करवाते हुए एक सफल आयोजन किया गया I इस समारोह में हिमाचल,उतरांचल के आलावा अन्य राज्यों से भी अनेक बिभूतियों लेखकों कलाकारों,पत्रकारों ने हिस्सा लिया और कार्यक्रम को चार चाँद लगाए I जिनमें से कुछेक नाम हैं हिमाचल से डा.कांता शर्मा(मंडी),संचिता(बैजनाथ),बिंदू शर्मा(पौंटा साहिब),रमेश चन्द्र मस्ताना(काँगड़ा) ,अजय शर्मा ओम प्रकाश राही(पौंटा साहिब), और उतरांचल से शमां खान,राजेश आनंद ,असीर,अम्बर खरबंदा,नवि अहमद मसूरी,रशीद आरफी I
श्री कामेश्वर डिमरी जी ने मंच संचालन का कार्यभार बड़ी बखूबी से संभाले रखा I
संतोष जी नें सरस्वती बंदना की I
दिल्ली से अपने दादा जी के पुस्तक बिमोचन समारोह में पधारे श्री जयदेव 'विद्रोही'जी के पौत्र दीपंकर शर्मा ने शास्त्रीय संगीत प्रस्तुत किया I
इस कार्यक्रम में आथर्स गिल्ड ऑफ हिमाचल प्रदेश के संस्थापक श्री जयदेव 'विद्रोही'जी को बिशेष तौर पर कुल्लू से आमंत्रित किया गया था और उनके कहानी संग्रह 'एक सिसकी दो आंसू 'का भी बिमोचन किया गया साथ में उतरांचल की प्रसिद्ध लेखिका शमां खान जी के कथा संग्रह 'खिली खिली सी बादियाँ 'का अनावरण और श्री कामेश्वर डिमरी जी की कवितावली 'वसुंधरा'का बिमोचन किया गया I
ऐसे समारोह होनें ही चाहिए जहाँ आपसी भाईचारा बढ़ता है वहां एक दूसरे राज्य के साहित्य कला से लोग बाकिफ होते हैं I
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.