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प्रसन्न रहे और स्वस्थ

गुस्से की अपनी मानसिकता है ! आदमी के मस्तिष्क में एमाग्डाला नमक दो फोमेशन होते है ! एमाग्डाला इमोंशन पैदा करते है ! खतरे के प्रति ये सवेदनशील होते है और इस दोरान वे निर्णय होने से पूर्व ही प्रतिक्रिया का आदेश दे देते है ! गुस्से में हमारे दिमद में एनर्जी का विस्फोट होता है ! जिस कारणअभिव्यक्ति देने का दबाव मासपेशिओं पर पड़ता है ! एड्रेनलिन स्त्राव तेज़ी से होता है ! जिससे उतेजना आती है और हम गुस्से में आ जाते है ! अगर इन स्थितियों पर काबू पाया जाए तो गुस्से को नियंत्रण में किया जा सकता है ! गुस्से को इस तरह नियत्रित किया जा सकता है
  • आरामीय तकनीक के तहत गहरी साँस ले पेट से साँस ले !
  • आंख बंद कर ख़ुद से कहें शांत हो जाओं !
  • योगाभ्यास करें !
  • मनोविनोद का सहारा ले !
  • गुस्सा दिलाने वाले वातावरण से अपने को दूर रखें !

प्रसन्न रहे और स्वस्थ रहे !

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