कांगड़ी व्यंग
हाई फाई
बापू लग्गेया आल्लु छिल्लना
अम्मां लगाइयो हेयर डाई
मुन्नुं लगेया कपडा कपड़े धोना
नूहें मेहंदी हत्थां च लगाइयो
हाई वो लोक्को दिक्खी लिया
मर्दां दी अज्ज कदेयी सामत आई
मर्द अज्ज बणी गए निरे बकरू
जनासा होई गियाँ हाई फाई
दीपक शर्मा कुल्लुवी
०९१३६२११४८६
२६-०८-२०१०।
Home »
YOU ARE HERE
» हाई फाई ( कांगड़ी व्यंग )
हाई फाई ( कांगड़ी व्यंग )
Posted by दीपक कुल्लुवी की कलम से
Posted on शनिवार, सितंबर 18, 2010
with 1 comment
*****************************************************************************************************
आप अपने लेख और रचनाएँ मेल कर सकते
himdharamail. blogupdate@blogger.com
*****************************************************************************************************
himdharamail. blogupdate@blogger.com
1 comments:
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.
aapki rachna bahut hi hi-fi
जवाब देंहटाएंhttp://sanjaykuamr.blogspot.com/