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नशा

वैसे तो आअज का प्रत्येक मनुष्य जनता है की नशा स्वस्थ्य के लिए हानिकारक है ! ये जानते हुए भी न जाने मनुष्य नशे का प्रयोग क्यों करता है ! नशे के सवें से वो अपनी जिंदगी को तो ख़तम कर देते है इसके साथ साथ वो परिवार समाज के नाम को भी शर्म नाक कर देते है !
यदि नशा करने वाले व्यक्ति को पूच्छा जाये की वेनाशे का सेवन क्यों करते है ! तो उसका उत्तर ख़ुशी प्रकट करने के लिए , शौक के लिए या फिर गम भुलाने के लिए ! पर सोचो भला नशा इन सभी चीजो को कैसे मदद देता है नहीं क्या उन्हें ख़ुशी मिल पायगी "नहीं" क्या उनका शौक पूरा होगा ' नहीं' या कोई मनोरंजन और गम दूर होगा बिल्कुल नहीं ! बल्कि यह आदत दिन प्रति दिन बढती जायगी ! और आने वाले समय में बड़ा पछतावा होगा और उम्र भर न तो ख़ुशी मिल पायगी न ही कोई शौक पूरा होगा बस गम ही गम झेलना पड़ेगा!
नशा विभन्न प्रकार से किया जाता है जैसे :- बीडी सिगरेट , अफीम, चरस, गांजा, तम्बाकू, शराब इत्यादि अब तो नयी पीढ़ी ने तो नए नए प्रकार के नशे ख़ोज निकाले है जिनका प्रयोग कर रहे है !
आज कल नशे की आदत ज्यादातर स्कूल से छात्रों में पाई जा रही है वे ये नहीं जानते कि नशे से उनका भिवष्य का साथ साथ उनके जीवन काल भी समाप्त हो सकता है ! प्रत्येक माँ पिता आपने मेहनत से कमाए गए धन से अपने बच्चो को अच्छी से अच्छी शिक्षा मुहिया करवाते है ताकि भिवष्य में उन्हें किसी भी प्रकार कि कठनाई का सामना न करना पड़े और हमेशा उज्वल भिवष्य कि कामना आखों में संजोये रहते है ! लेकिन जब उन्हें ये पता चलता है है कि उनका बेटा नशे के चपेट में है जरा सोचो उन्हें कितना दुख होता है उनकी जिन्द्ज़ी कि मेहनत पर पानी फिर जाता है ! पर आज का युवा तो आपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना चाहता है उन्हें माता पिता और देश से क्या लेना! वो तो नशे, गुंडा गर्दारी, व तो इन व्यसनों में ही संलिप्त रहेना चाहता है कुछ पंक्तयां ....................................
बेवकूफ होते हैं वे लोग , जो माँ बाप को बदनाम करते है ......
अरे माँ बाप तो वो रत्न है , जिहने भगवान भी प्रणाम करते है !
इस नशे को दूर करने में आज के छात्र छात्राओं को आगे आना होगा ! इस नशे को विद्यालयों, गाँव, व समाज से पूरी तरह से उखड फैंकना होगा तभी हमारा समाज पूरी तरह से समृद्ध हो पायेगा ! और समाज में फैले हुए बुरे कर्मो से भी निजत मिल पायेगी ! अन्यथा हमारा समाज जिन्दा जी एक नरक सामान है ! क्या आप नरक मई ही रहना चाहते हो .....................................................................!

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