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श्याम भजन तेरा दरवार ( दीपक शर्मा 'कुल्लुवी')
Posted by दीपक कुल्लुवी की कलम से
Posted on शुक्रवार, जनवरी 06, 2012
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श्याम भजन
तेरा दरवार
तेरा दरवार श्यामा सौहणा लगदा
इत्थे फुल खुशियाँ दा रोज़ खिल्लदा
तेरा दरवार श्यामा सौहणा ल------
(1 )तेरे भक्तां ने तेरा कित्ता श्रृंगार ए
सच्ची लग्न ए बाबा तेरे नाल प्यार ए
तेरा प्रशाद साहनूं रहे मिलदा-2
इत्थे फुल खुशियाँ दा रोज़ खिल्लदा
तेरा दरवार श्यामा सौहणा ल------
(2 )तू ए सहारा बाबा हारेयाँ दा सच्चा
तू भक्तां दी करदा रक्षा
जाणे तू हाल बाबा साडे दिल दा -2
इत्थे फुल खुशियाँ दा रोज़ खिल्लदा
तेरा दरवार श्यामा सौहणा ल------
(3 )दीपक कुल्लुवी' नूँ छड्ड कित्थे जायीं न
अस्सी ने नमाणें साहनूं कदे बिसराई न
प्यार तेरा साहनूं बाबा रहे मिलदा-2
इत्थे फुल खुशियाँ दा रोज़ खिल्लदा
तेरा दरवार श्यामा सौहणा ल------
दीपक शर्मा 'कुल्लुवी'
९३५००७८३९९
०६/०१/२०१२.
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