आओ जी
सतगुरु आओ जी वाहेगुरु जी
दूरों आईयां संगतां कृपा बरसाओ जी
--सतगुरु आओ जी वाहेगु ---------
(1 )इस जीवन दा मोल ओ रब्बा कौण चुका सकदा है २
इस कलयुग नूँ नानक वर्गा संत बचा सकदा है
साडे दिलां विच प्यार दी जोत जलाओ जी
सतगुरु आओ जी वाहेगु ---------
(2 )गुरुआं दे बलिदान दे कारण बच्चेया है इंसान -2
लड़ कट के मर जांदे सारे एह करदा शैतान -२
प्रेम प्यार दा मोल सबनूं सिखाओ जी
सतगुरु आओ जी वाहेगु ---------
(3 )दीपक 'कुल्लुवी' तेरे दर ते श्रद्धा दे फुल्ल चढ़ावे -२
मैं हाँ तेरा बच्चा नमाणा तू ही बोल लिखावे -२
कलम मेरी परवान चढ़े गुण लाओ जी
सतगुरु आओ जी वाहेगुरु जी
दूरों आईयां संगतां कृपा बरसाओ जी
सतगुरु आओ जी वाहेगु ---------
दीपक शर्मा 'कुल्लुवी'
9350078399
28 /02 /12 .
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.