किसका..?
किसका ग़म था हम अपना समझ के दिल लगा बैठे
अपनें ही हाथों हम तो अपना दिल जला बैठे
کسکا گم تھا ہم اپنا سمجھ کے دل لگا بیٹھے
اپنان ہی ہاتھوں ہم تو اپنا دل جلا بیٹھے
دیپک کلّوی
दीपक कुल्लुवी
29-08-12
9350078399
हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लागर्स का मंच
RSS Feed । Mobile Version । Advertise । Business Solutions । ToS । Privacy Policy । Copyright । Contact | © ? . All Rights Reserved. [ ENRICHED BY : ADHARSHILA ] [ I ♥ BLOGGER ] |
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्यवसायिक ब्लोगर्स की अभिव्याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।
Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.