बजट बम
चारों तरफ है ग़म ही ग़म
है फूटने वाला बजट बम
ग़रीब को राहत मिली न मिलेगी
दाल रोटी में ही निकले दम
कागज़ी वादे ख़ूब मिलेंगे
मायूसी के फ़ूल खिलेंगे
अमीर तिजोरी भरते रहेंगे
छुपाते रहेंगे काला धन
बजट बम तो होगा भारी
दब जाएगी दुनियाँदारी
अपना पेट भी नहीं भरेगा
क्या खाक़ करेंगे खातिरदारी
दीपक 'कुल्लुवी ' कहता सबसे
सारे संत बन जाओ
उपवास रखने की कला सीख लो
जब भूख लगे हवा खाओ
दीपक कुल्लुवी
चारों तरफ है ग़म ही ग़म
है फूटने वाला बजट बम
ग़रीब को राहत मिली न मिलेगी
दाल रोटी में ही निकले दम
कागज़ी वादे ख़ूब मिलेंगे
मायूसी के फ़ूल खिलेंगे
अमीर तिजोरी भरते रहेंगे
छुपाते रहेंगे काला धन
बजट बम तो होगा भारी
दब जाएगी दुनियाँदारी
अपना पेट भी नहीं भरेगा
क्या खाक़ करेंगे खातिरदारी
दीपक 'कुल्लुवी ' कहता सबसे
सारे संत बन जाओ
उपवास रखने की कला सीख लो
जब भूख लगे हवा खाओ
दीपक कुल्लुवी
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