Home » YOU ARE HERE » जब भी कोई दिनचर्या में हमें देखता है,

जब भी कोई दिनचर्या में हमें देखता है,


जब भी कोई दिनचर्या में हमें देखता है,
तनहाइयों में शान्त से रूह कांप उठते हैं|

पल-पल यादें अक्सर स्वभाव सताने लगती है,
गर कोई साथ दे तो मिठास उभर आता है|

कई बार यादें साथ होने का भ्रम पैदा करते हैं,
गर यादों में उल्लास व उत्साह हो अच्छा लगता है|

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

हिमधारा हिमाचल प्रदेश के शौकिया और अव्‍यवसायिक ब्‍लोगर्स की अभिव्‍याक्ति का मंच है।
हिमधारा के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।
हिमधारा में प्रकाशित होने वाली खबरों से हिमधारा का सहमत होना अनिवार्य नहीं है, न ही किसी खबर की जिम्मेदारी लेने के लिए बाध्य हैं।

Materials posted in Himdhara are not moderated, HIMDHARA is not responsible for the views, opinions and content posted by the conrtibutors and readers.

Popular Posts

Followers