दिनांक 6 अक्टूबर 2012 प्रेस क्लब चंडीगढ़ के सभागार में आयोजित एक शेष समारोह में वर्ष 2012 के जगदीश चन्द्र स्मृति पुरस्कार की घोषणा की गयी. इस वर्ष ke लिए यह पुरस्कार प्रख्यात कथाकार एस आर हरनोट को देने की घोषणा की गयी.यह पुरस्कार भारत के यशस्वी उपन्यासकार जगदीश चन्द्र की स्मृति में हर वर्ष किसी ऐसे साहित्यकार को दिया जायेगा, जो उनकी यथार्थवादी और प्रगतिगामी रचनाशीलता की परम्परा का विकास, अपने समय में करने के लिए
प्रतिबद्ध हो. आधारप्रकाशन पंचकूला की ओर से इसी वर्ष जगदीश चन्द्र रचनावली का चार खण्डों में प्रकाशन हुआ है जो इस रचनाकार को स्थायी जनाधार प्रदान करने की दिशा में पहलाकदम है. इसे उनकी स्मृति से जुड़े हर वर्ष दिए जाने वाले पुरस्कार के माध्यम से और पुष्ट किया जायेगा तथा हर वर्ष 23 नवम्बर को उनके जन्मदिवस पर यह पुरस्कार विधिवत प्रदान किया जाता रहेगा. इस पुरस्कार के निर्णायक मंडल में डॉ. सेवा सिंह, विनोद शाही, सुभाष चन्द्र और देश निर्मोही को शामिल किया गया है.
उल्लेखनीय है की पहला जगदीश चन्द्र स्मृति पुरस्कार पाने वाले एस आर हरनोट के अब तक छह कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. यह पुरस्कार उनके कथा संग्रह 'मिट्टी के लोग' के लिए दिया गया है. इस कथाकार का एक उपन्यास हिडिम्ब एक अरसे से चर्चा का विषय बना रहा है. इसके अतिरिक्त हरनोट की हिमाचल के विविध विषय में कई पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है। यह लेखक पहाड़ी अंचल के जनजीवन का कुशल एवं मर्मज्ञ चितेरा है.
पराग वैद्य
संयोजक
जगदीश चन्द्र स्मृति पुरस्कार समिति
उल्लेखनीय है की पहला जगदीश चन्द्र स्मृति पुरस्कार पाने वाले एस आर हरनोट के अब तक छह कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. यह पुरस्कार उनके कथा संग्रह 'मिट्टी के लोग' के लिए दिया गया है. इस कथाकार का एक उपन्यास हिडिम्ब एक अरसे से चर्चा का विषय बना रहा है. इसके अतिरिक्त हरनोट की हिमाचल के विविध विषय में कई पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है। यह लेखक पहाड़ी अंचल के जनजीवन का कुशल एवं मर्मज्ञ चितेरा है.
पराग वैद्य
संयोजक
जगदीश चन्द्र स्मृति पुरस्कार समिति
mubaraq ho sir
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